Shantakumari, Editor (SDC NEWS) : हालांकि विधानसभा के सभापति डॉ प्रमोद सावंत, जो हाल ही में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के दौरान उन्हें अपने सभापति पद से इस्तीफा देना पड़ा। फिलहाल, उनके स्थान पर अब श्री माइकल लोबो अस्थायी स्पीकर (Acting Speaker) के रूप में सदन की कार्य संभाल रहे है। जबकि वे विधानसभा के उप सभापति है। लेकिन गोवा के सहयोगी दलों के नेता व भाजपा सरकार ने जब श्री माइकल लोबो को सभापति पद स्वीकारने को कहा तो उन्होंने यह पद स्वीकारने से इनकार किया।
इस संबंध में श्री माइकल लोबो ने संवाददाताओं से बताया कि कलंगूट क्षेत्र के जनता ने उनपर विश्वास करके उन्हें विधानसभा चुनावों में उनके हक़ में मतदान किया था। ताकि वे जनता के हक़ में लड सके और सार्वजनिक चिंताओं के मुद्दों पर संबंधित समस्याओं समाधान कर सके। यदि वे सभापति का पद स्वीकारते है तो जनता के हक़ के लिए लड़ नहीं पाएंगे। इसलिए उन्होंने सभापति पद से स्वीकारने से इनकार करना पड़ा। ऐसा श्री माइकल लोबो ने बताया।
आगे श्री माइकल लोबो ने बताया कि गोवा में खनन पर प्रतिबंध लगाने से इससे जुड़े कई परिवार प्रभावित हुए है, तो दूसरी तरफ कोयला मुद्दा, और साथ ही बेरोजगारी जैसे समस्याओं का समाधान करना अभी बाकी है। इन मुद्दों को मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत के समक्ष रखा गया है। जल्द ही इस समस्या का हल ढूंडने की मांग की है। ऐसे में वे सभापति पद स्वीकारते है तो इन मुद्दों व जनता से किये गए वादों को पूरा करने में और साथ ही जनता के अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर पाएंगे। ऐसा श्री लोबो ने अपना विचार व्यक्त किया।