Shantakumari, Editor (SDC NEWS) : माजी विधायक श्री सुनिल हेगड़े (Ex- MLA and BJP leader Shri. Sunil Hegde) ने कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन में फंसे वेस्ट कोस्ट पेपर मिल लिमिटेड के श्रमिकों की समस्याओं को शीघ्र समाधान करने की मांग की। यदि श्रमिकों की समस्याओं का निराकरण नहीं किया तो वे श्रमिकों के साथ मिलकर कंपनी के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन करेंगे। यह चेतावनी सुनील हेगड़े ने दी। हालांकि श्रमिकों की समस्याओं का समाधान करने के लिए एक सप्ताह का समय-सीमा तय कर दी गई है।
दरअसल कंपनी क्वार्टर के भीतर एक वयक्ति में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। इसलिए वहा के इलाके को सील कर दिया गया था। जिसके चलते कंपनी में श्रमिकों की आवाजाही पर रोक लगा दी गयी थी। जबकि कंपनी ने यह आश्वासन दिया था कि श्रमिकों का लॉकडाउन की अवधि का वेतन काटा नहीं जायेगा। लेकिन अचानक कंपनी ने श्रमिकों को वेतन देने से इनकार कर दिया।
जब यह बात माजी विधायक श्री सुनिल हेगड़े (Ex- MLA and BJP leader Shri. Sunil Hegde) के ध्यान में लाया गया तो वे तुरंत दांडेली वेस्ट कोस्ट पेपर मिल्स लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक श्री राजेंद्र जैन व मानव संसाधन प्रभाग के उपाध्यक्ष से मुलाक़ात करके मौजूदा हालतों के बारे में चर्चा करने के दौरान कहा – श्रमिकों का लॉकडाउन की अवधि का वेतन काटा नहीं जानी चाहिए। यदि कंपनी ऐसा करती है तो लॉकडाउन के मद्दे नज़र केंद्र सरकार द्वारा जारी नियमों का उल्लंघन करना जैसा होगा।
आगे BJP leader Shri. Sunil Hegde ने कंपनी निदेशक से सवाल उठाया कि बारिश के कारण स्टाफ क्वार्टरों में पानी लीक हो रहा है और किसी भी वक्त यह मकाने ढहने की स्थिति में है। लेकिन घरों की मरम्मत नहीं की जा रही है। जबकि आपका कहना है कि मकाने अच्छी स्थिति में हैं मरम्मत की जरुरत नहीं है।
हालांकि सुनील हेगड़े ने उनसे बताया कि जब वे विधायक थे तो वे स्वयं कंपनी के क्वार्टर में ठहरे हुए थे। उन्हें पता है कि लोग कैसे उन घरों में गुज़ारा कर रहे है। यदि उन्हें कोई संदेह है तो स्वयं कुछ अधिकारी वहा पर रहने जाये। श्री सुनील हेगड़े का करारा जवाब।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी में अवैध रूप से शराब की बिक्री की जा रही थी। जबकि पुलिस ने भी इसकी जांच की थी। इस पर कंपनी कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? अगर जल्द ही वेस्ट कोस्ट पेपर मिल्स लिमिटेड के श्रमिकों की उक्त समस्याओं को शीघ्र समाधान नहीं किया तो वे श्रमिकों के साथ मिलकर कंपनी के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन करेंगे।