Shantakumari, Editor (SDC NEWS) : ऐश बुधवार यह दिन ईसाईयों के सबसे लोकप्रिय और महत्वपूर्ण पवित्र दिनों में से एक है। ऐश बुधवार से रोजा यानी उपवास, प्रार्थना और प्रायश्चित करने का मौसम शुरू होता है। जिसके बाद 40 वे दिन को गुड फ्राइडे के रूप में मनाया जाता है। जो इस साल 10 अप्रैल, शुक्रवार को मनाया जाएगा।
हालांकि इस अवसर पर ईसाई समुदाय के लोग ज्यादातर इस दिन काले कपड़े पहनकर अपना शोक व्यक्त करते है।
आप को बतादे कि ईसाई धार्मिक ग्रन्थ के अनुसार कहा जाता है कि यीशु मसीहा को तमाम शारीरिक यातनाएं देने के बाद सूली पर चढ़ाया जाता है और उसके ठीक तीन दिन बाद यीशु मसीहा व पुनर्जीवित हो जाते है। इसलिए इस पवित्र दिन को ईसाई समुदाय के लोग ईस्टर दिवस के रूप में मनाते है।
सूली पर चढ़ाया जाने के बाद यीशु द्वारा दिया गया 7 वचन :
पहला वचन, यीशु ने कहा कि पिता इन्हे माफ़ करदो क्योंकि ये जानते नहीं है की वह क्या कर रहे है
दूसरा वचन, मैं तुझ से सच कहता हूँ कि आज ही तू मेरे साथ स्वर्गलोक में रहेगा
यीशु ने अपनी माता और उस चले को जिस से वह प्रेम करता था पास खड़े देखकर अपनी माता से कहा कि यह तेरी माता है
यीशु ने बड़े शब्द से पुकार कर कहा कि एली एली लामा शबक्तानि अर्थात हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर तूने मुझे क्यों छोड़ दिया
यीशु ने कहा वह सिरका लिया तो कहा कि पूरा हुआ
यीशु ने कहा कि सब कुछ हो चूका है। इसलिए कि पवित्रशास्त्र की बात पूरी हो कहा की मैं प्यासा हूँ
आखिरी वचन में, येशु ने बड़े शब्द से पुकार कर कहा कि हे पिता मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ और यह कहकर वे अपने प्राण छोड़ दिए।