शांताकुमारि (संपादक ) गोवा। चुनाव एक ऐसा समय होता है, जब सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी किस्मत आजमाने की हर एक संभव प्रयास करते है, चाहे वो लोकसभा चुनाव हो या फिर विधानसभा चुनाव। अब आगामी वर्ष 2018 में कई छोटे बड़े राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है। जानकारी के लिए आप को बतादे कि 2008 और 2013  में श्री सुनील हेगड़े  ने दो बार विधानसभा चुनावों मेंकांटेस्ट किया था। और 2008 में उन्होंने श्री देशपांडे को हराकर उन्होंने कर्नाटका में रिकॉर्ड दर्ज की थी। लेकिन 2013  में वे श्री देशपांडे से हार गए थे। तब वे जेडीएस पार्टी के माजी विधायक थे। लेकिन अब वे जेडीएस पार्टीको छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। इस दौरान आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी द्वारा श्री सुनील हेगड़े को टिकेट मिलने की संभावना है।

अनंतकुमार हेगड़े (लोकसभा के एम.पि और केंद्र मंत्री) :

श्री अनंतकुमार हेगड़े ने भी लोकसभा चुनाव में हिस्सा लिया था। इन लोकसभा चुनावों में श्री देशपांडे के बेटे श्री प्रशांतकुमार ने भी हिस्सा लिया था। इस दौरान वे दोनों एक दूसरे के विरुध्द चुनावी मैदान में उतरे थे। तब भी लोग यह सोच रहे थे कि अब के चुनाव में श्री प्रशांत देशपांडे की ही जीत होगी। लेकिन प्रशांत देशपांडे की कोशिशों को नाकाम करते हुए श्री अनंत कुमार हेगड़े ने जीत हासिल कर वे लोकसभा के एम.पि के रूप में चुने गए थे।

हालांकि अब श्री अनंतकुमार हेगड़े केंद्र मंत्री के रूप में चुने गए है। श्री सुनील हेगड़े और श्री अनंतकुमार हेगड़े इन दोनों में गहरा एवं अच्छा रिश्ता है। और वह दोनों बीजेपी पार्टी के युवा नेता भी है।

 

आगामी विधानसभा चुनावों में श्री सुनिल हेगड़े को टिकेट मिलने की संभावना