Shantakumari, Editor (SDC NEWS)  : पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व दक्षिण गोवा के माजी सांसद श्री फ्रांसिस सरदिन्हा ने कुरतोरेम में लगातार 5 बार जीत की पश्चिम लहराकर विधायक के रूप में चुने गए। उन्होंने अपनी इच्छाशक्ति, पुरुषार्थ, कौशल और कांग्रेस व कार्यकर्ताओं के समर्थन और लोगों के उम्मीदों और उनकी भरोंसे पर खरा उतरकर उन्होंने लगातार 5 बार कुरतोरेम क्षेत्र से विधायक के रूप में जीतते हुए आ रहे है।      

अब एक बार फिर से 2019 के आगामी लोकसभा चुनाव होने है। जिसके चलते श्री सरदिन्हा ने दक्षिण गोवा से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे है। इस दौरान उन्होंने जमकर प्रचार भी शुरू कर दी है। हालांकि श्री फ्रांसिस सरदिन्हा ने इन चुनावों में एक बार फिर से रिकॉर्ड दर्ज कर सांसद के रूप में वापसी करने की कोशिशों में जुट गए है।               

आप  को बता दे कि श्री फ्रांसिस सरदिन्हा ने 1998 में पहली बार लोकसभा चुनावों में जीत दर्ज कर दक्षिण गोवा के12वी लोकसभा के सांसद के रूप में चुने गए। जिसके बाद वे दोबारा 2007 में उप चुनावों में भी जीत हासिल किया था।  2009 में तीसरी बार जीत दर्ज कर 15वे लोकसभा के सांसद के रूप में चुने गए।

आप को बता दे कि जब श्री चर्चिल अलेमाओ ने विधानसभा चुनावों में कांटेस्ट करने के मद्देनजर अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। जिसके चलते 2007 के उप चुनावों में श्री सरदिन्हा ने कांटेस्ट किया था। इस दौरान उन्होंने दक्षिण गोवा के लोकसभा सीट से जीत हासिल कर वे 14वी लोकसभा के सांसद के रूप में जीत की पश्चिम लहराया था। 2009 में दोबारा 15 वि लोकसभा चुनावों में भी उन्होंने जीत दर्ज किया था।

श्री फ्रांसिस सरदिन्हा की व्यक्तिगत जीवन :      

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री श्री फ्रांसिस सरदिन्हा का  जन्म 15 अप्रैल 1946 को गोवा राज्य के कुरतोरिम, सालसेट तालुका में  हुआ। श्री  फ्रांसिस सरदिन्हा का पिता का नाम Luise Caetano Sardinha और माता का नाम श्रीमती Rosamaria Menezes e Sardinha। श्री सरदिन्हा ने चौगुले कॉलेज में बीएससी और बीएड की डिग्री  प्राप्त की थी।  जिसके बाद उन्होंने  शिक्षक के रूप में कार्य कर उस क्षेत्र में भी सफलता हासिल की है। सरदिन्हा की पत्नी श्रीमती कोलंबिया वे भी शिक्षक है। उन्हें केविन, शालोम और कीन (Kevin, Shalom and Keane) नामक तीन बेटे है।   

राजनीतिक जीवन की शुरूआत :    

श्री फ्रांसिस सरदिन्हा ने साल 1977 में राजनीतिक जीवन की शुरूआत की। साल 1977 में वे कांग्रेस पार्टी  में शामिल हुए।  उनकी  कार्य  निष्ठा के पश्चात् श्री प्रताप सिंह राणे की नेतृत्व वाली सरकार में सरदिन्हा मंत्री के रूप में चुने गए। इस तरह वे पार्टी के वफादार नेता के रूप में काम किया।

 

श्री फ्रांसिस सरदिन्हा ने 1977 से लेकर अब तक राजनीतिक क्षेत्र में कई भूमिकाएं निभाई  :

  • 1977 में राजनीतिक जीवन की शुरूआत की
  • 1984 के विधानसभा चुनावों में कुरतोरेम में जीत हासिल कर 1989 तक वे विधायक के रूप में कार्य किया।
  • 1994 यूजीडीपी के एंटोनियो गोवेन्कर से 94 वोटों के बहुत कम अंतर से हार गए थे।
  • 1998 में पहली बार लोकसभा चुनावों में जीत दर्ज कर दक्षिण गोवा के सांसद के रूप में चुने गए।
  • 1999 में वह श्री लुइजिन्हो फलेरो के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री थे। जब उन्होंने कांग्रेस से नाता तोड़ कर एक नई राजनीतिक पार्टी जीपीसी का गठन किया था। हालांकि अप्रैल 5, 2001 में GPC पार्टी कांग्रेस में विलीन हो गया था।
  • 1999 में पहली बार बीजेपी गठबंधन सरकार में गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में शपत लेकर राज्य व जनता के भलाई के लिए कार्य कर जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरे। हालांकि वे अक्टूबर 2000 तक इस पद पर बने रहे।
  • 2005 -2007 तक वे विधानसभा के सभापति के रूप में भी कार्य किया
  • हालांकि वह 2007 तक कुरतोरेम में लगातार 5 वी बार जीत की पश्चिम लहराकर शक्तिशाली नेता के रूप में रिकॉर्ड दर्ज किया।
  • जिसके बाद 2007 दक्षिण गोवा के लोकसभा सीट से जीत हासिल कर वे 14वी लोकसभा के सांसद के रूप में जीत की पश्चिम लहराया था। 2009 में दोबारा 15 वि लोकसभा चुनावों में भी उन्होंने जीत दर्ज किया था।
  • लेकिन 2014 में कांग्रेस ने उन्हें नजरअंदाज कर उनके स्थान पर कुरतोरेम के विधायक श्री रेगिनाल्डो लॉरेंस को चयन किया।
  • दक्षिण गोवा से 3 बार जीत दर्ज करने के बाद अब श्री सरदिन्हा एक बार फिर से 2019 के लोकसभा चुनावों में दक्षिण गोवा से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरे है।

इस तरह श्री फ्रांसिस सरदिन्हा ने कांग्रेस पक्ष के वफादार नेता बनकर पक्ष के ओर से सौंपा गया पदों का सम्मान किया।

हालांकि श्री सरदिन्हा ने राजनीतिक क्षेत्र से जुड़ी चुनौतियों से लड़कर सफलता हासिल की है। उन्होंने अपने बीच आए अनेक चुनौतियों से लड़कर आगे बढ़े और उन ऊंचाइयों को छूकर उन्होंने सफलता हासिल की है।

श्री फ्रांसिस सरदिन्हा ने अपने कार्यकाल के दौरान लोगों की भलाई के लिए कार्य कर जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरे और जनता से किए गए वादे को पूरा करने में सफल हुए है।  

दक्षिण गोवा से 3 बार जीत दर्ज कर, 4वि बार रिकॉर्ड दर्ज करने की कोशिशों में जुटे श्री सरदिन्हा