Shantakumari, Editor (SDC NEWS) : गोवा और कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों आपस में मिलकर बातचीत के जरिए महादई मसले का निपटारा करने को लेकर MJP पक्ष इसका विरोध कर रही है। पूर्व उप मुख्यमंत्री, माजी PWD व परिवहन मंत्री श्री रामकृष्णा धवलीकर का कहना है कि महादई मामला पहले ही ट्रिब्यूनल के पास जा चुका है और ट्रिब्यूनल ने अगस्त 14, 2018 में अपना फैसला दे दिया है, लेकिन इस फैसले से नाखुश दोनों सरकारों ने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।

हालांकि गोवा के मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत महादई मसले को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री के साथ वार्तालाप कर सकते है लेकिन ट्रिब्यूनल ने राज्य की ओर से दिया गया फैसले के खिलाफ जाकर उसमें से कोई बदलाव नहीं करना चाहिए। क्योंकि महादयी नदी गोवा की जीवन रेखा और भविष्य है। और वे यह नदी को माँ का दर्जा देते है। ऐसा श्री रामकृष्णा धवलीकर ने अपना विचार व्यक्त। किया।

आप को बतादे कि केन्द्रीय मंत्री सांसद श्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार को  महदायी मुद्दे को लेकर यह सुझाव दिया था कि दोनों मुख्यमात्रियों को (गोवा, कर्नाटक) को आपस में मिलकर बातचीत के जरिए महादई मसले का निपटारा करना चाहिए। जिसके चलते कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने मंगलवार को डॉ सावंत के साथ बैठक बुलाने की अपील की थी। 

बातचीत के जरिए महादई मसले का निपटारा करने पर MGP का विरोध