Shantakumari,Editor-SDC NEWS : पंजिम के कला अकादेमी में आयोजित राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के चौथे दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू को आमंत्रित किया गया। इस कार्यकर्म में गोवा के राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा और बीजेपी के नेता भी उपस्थित थे। इस दौरना श्री नायडू ने कहा कि भरता देश के नागरिक अपने संस्कृति, सभ्यता, संस्कार व नैतिक मूल्यों को आदर करना चाहिए। मातृभाषा की रक्षा और उसे बढ़ावा देने के लिए भारत देश के नागरिकों को प्रति गंभीर होना अतिआवश्यक है।

भारतीयों को ‘नमस्कार’ के साथ अपनी दिन की शुरुवात करनी चाहिए। ‘Good Morning’, ‘Good Afternoon’, aur ‘Good Evening’, जैसे अंग्रेजी शब्दों का उच्चारण न करके बल्कि भारत की सभ्यता ‘नमस्कार’ शब्द को उपयोग करनी चाहिए। क्योंकि ‘नमस्कार’ हमरि भरता देश की सभ्यता है। अंग्रेजी सीखना गलत नहीं है बल्कि हामरी मात्राभाषा को सबसे अहमियत देना जरुरी है।

आगे नायडू ने कहा कि मातृभाषा की रक्षा करने और उसे बढ़ावा देने के बारे में बोल रहे थे तो  मीडिया के एक वर्ग ने लिखा था कि अंग्रेजी एक बीमारी है, जबकि मैंने यह नहीं कहा था की  अंग्रेज़ी बीमारी है। मेरा तात्पर्य यह ता कि अंग्रेजी बीमारी नहीं है बल्कि अंग्रेजियत बीमारी है जो हमें ब्रिटिश लोगों से मिली है।

 

 

 

 

 

मातृभाषा की रक्षा, संस्कृति, व नैतिक मूल्यों को आदर करना जरुरी : श्री वेंकैया नायडू