Shantakumari, Editor (SDC NEWS) : गोवा के मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत ने सत्र के दौरान गोवा  विश्वविद्यालय (GU) के प्रतिकुलाधिपति (Pro Chancellor) के रूप में उन्हें नियुक्त करने का प्रस्ताव रखा। जबकि कुलपति (VC) वरुण सहानी ने भी डॉ सावंत को PC के रूप में कार्यभार संभालने का आग्रह किया।

लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने इस प्रस्ताव का विरोध किया। उनके मुताबिक यदि डॉ प्रमोद सावंत को गोवा  विश्वविद्यालय (GU) के प्रतिकुलाधिपति (Pro Chancellor) के रूप में उन्हें नियुक्त  किया जाता है तो गोवा विश्वविद्यालय  के स्वायत्तता को धक्का पहुंच सकता है।

क्योंकि शिक्षण संस्थानों  में स्वायत्तता की आजादी है।  इस दौरान वे अपने तरीके से काम करने की पूरी आजादी है। और  विश्वविद्यालयों के कुलपति अपने स्तर पर निर्णय लेते  है और उन्हें  क्रियान्वित करते है।  यदि शिक्षण संस्थानों  में राजनीतिक हस्तक्षेप होने से उनकी आजादी को रोकना जैसा है।  इसलिए शिक्षा संस्थानों के कामकाज में राजनीतिक हस्तक्षेप न हों। इस तरह गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री गिरीश चोडणकर  ने अपना विचार व्यक्त किया। 

आगे श्री चोडणकर ने बताया कि देशभर व गोवा सहित कुल 907 विश्वविद्यालय है जिनमे से, बहुत कम विश्वविद्यालयों में PC  है। जिनमें से, प्रमुख शिक्षाविद हैं, जबकि एक या दो राजनीतिक वर्ग से हैं।

आगे श्री गिरीश चोडणकर ने गोवा विश्वविद्यालय के आजादी के प्रति CM प्रमोद सावंत को यह प्रस्ताव को क्रियान्वित करते से पहले  फिर एक बार इस प्रस्ताव के बारे में सोचना होगा।     

मुख्यमंत्री सावंत ने रखा प्रतिकुलाधिपति पद का प्रस्ताव, कांग्रेस ने जताई आपत्ति