Shantakumari,Editor-SDC NEWS : लिंगायत  समुदाय ने  लंबे समय से लिंगायत के स्वतंत्र धर्म की मान्यता के लिए मांग की  थी।  जिसके  चलते  कांग्रेस ने  लिंगायतों को प्रत्येक धर्म का दर्जा देने का प्रस्ताव किया है। इसको  लेकर  कर्नाटक में  मठाधीश   तथा  नेता  वीरशैव   समाज  ने  इसका  विरोध जताया।  इसके चलते  वहा पर  आंदोलन  जारी  था। इसी   मुद्दे  को  लेकर  श्री  बसवराज होरट्टी  ने  बताया  था कि अगर  सभी  लिंगायत एकजुट   होकर  लिंगायत के स्वतंत्र धर्म को  न्याय  दिलाया  होता  तो  वे  आंदोलन  का  रास्ता  अपनाते  नहीं  थे।  उन्ही  में  मतभेद  होने  के  कारण  यह  आंदोलन  करना  पड़ा।

आगे श्री  होरट्टी ने बताया कि हाल ही में राज्य में लिंगायत के स्वतंत्र धर्म की मान्यता के लिए धर्मनिरपेक्ष संघर्ष के परिणामस्वरूप राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के अल्पसंख्यक विभाग को मान्यता देने की सिफारिश की है। निश्चित रूप से इस धर्म को मान्यता मिलने का पूर्ण विशवास  है। अब मई में कर्नाटक राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले है। ये साफ़ है कि इसका सीधा असर चुनावों में पड़ेंगे।   

स्वतंत्र लिंगायत धर्म की मान्यता का  सीधा असर चुनावों  में  पड़ेगा