Shantakumari, Editor (SDC NEWS) : होन्नावर में राज्य माध्यमिक विद्यालय और राज्य उच्च माध्यमिक विद्यालय समन्वयक के सहयोग से शिक्षात्मक सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर माजी मंत्री और विधानपरिषद के सदस्य श्री बसवराज होरट्टी ने बताया कि शिक्षकों को सरकार द्वारा कई योजनाएं एवं सुविधाएं उपलब्ध किए जाने के बावजूद शिक्षकों में पहले की जोश व उत्साह नहीं दिख रहा है। 10.30 बजे स्कूलों में आना और 4.30 बजे घर जाना यह शिक्षकों के अच्छे लक्षण नहीं है। एक अच्छा शिक्षक वो है जो विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण व उन्हें गुणवत्तायुक्त शिक्षा मुहैया करवाता है।

इसलिए शिक्षक अपने पेशे के साथ विश्वासघात नहीं करना चाहिए। शिक्षकों को अपनी भूमिका और दायित्व को समझकर विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण व उनमे शिक्षा की महत्व समझाना तथा उनके सीखने की क्षमता में वृद्धि लाकर वे उन में आत्मविश्वास पैदा करना हर शिक्षकों की कर्त्तव्य है।

आगे श्री होरट्टी ने कहा कि शिक्षकों को विद्यार्थियों के भीतर आत्मविश्वास भरके और उनमें सही काम करने की जोश भरकर उन छात्रों को मार्गदर्शन करना है। इस तरह श्री होरट्टी ने शिक्षा की जरूरत एवं विद्यार्थियों की भावनात्मक मदद की आवश्यकता को समझते हुए शिक्षा, छात्र व शिक्षकों के प्रति अपना विचार व्यक्त किया। 

 

शिक्षक अपने पेशे के साथ विश्वासघात न करे, अपने पेशे के प्रति प्रतिबद्ध हो