Shantakumari, Editor (SDC NEWS)  :  दक्षिण गोवा के सांसद श्री नरेंद्र सवाईकर ने 2019 के लोकसभा चुनावों में दक्षिण गोवा से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनावी मैदान में उतरे है। इस दौरान उन्होंने जमकर प्रचार भी शुरू कर दी है।

आप को बतादे कि श्री सवाईकर ने पहली बार 2009 में दक्षिण गोवा से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरे थे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस अभ्यर्थी श्री फ्रांसिस सरदिन्हा के विरुद्ध कांटेस्ट किया था।  लेकिन उस समय वे हार गए थे।  एक बार फिर से उन्होंने 2014 के  लोकसभा चुनावी मैदान में उतरे थे, तब उन्होंने श्री अलेक्सो रेजिनाल्डो को हराकर सांसद के रूप में चुने गए।

अब 2019 के आगामी लोकसभा चुनाव होने है। जिसके चलते वे तीसरी बार सांसद के रूप में वापसी करने की कोशिशों जुट गए है।

श्री नरेंद्र सवाईकर की व्यक्तिगत जीवन :   

श्री नरेंद्र सवाईकर का जन्म 29 दिसंबर1966 को खांडोला में हुआ। श्री  सवाईकर का पिता का नाम केशव सवाईकर, माता का नाम श्रीमती सावित्री सवाईकर। श्री सवाईकर की पत्नी श्रीमती मेघना वे शिक्षक है। उन्हें ईशा नामक एक बेटी है। आप को बता दे कि श्री सवाईकर के दादा श्री आत्माराम सवाईकर स्वतंत्रता सेनानी (freedom fighter) थे, जिन्हें पुर्तगाली शासन के दौरान दीर्घकालिक कारावास का सामना करना पड़ा था।  

उच्च न्यायालय में विधि की विभिन्न शाखाओं में जूनियर अधिवक्ता के रुप में भी कार्य किया : 

हालांकि श्री सवाईकर ने संसद सदस्य होने के अलावा वे 1995 -96 में इलाहाबाद के मुख्य न्यायाधीश फेर्डिनो रेबेलो के अंतर्गत जूनियर अधिवक्ता के रूप में कार्य किया। जिसके बाद वे 2001 से 2004 तक गोवा के बॉम्बे  उच्च न्यायालय में भारत के संघ के लिए स्थायी वकील थे  और साथ ही उन्होंने 2002 से 2004 तक गोवा के बॉम्बे उच्च न्यायालय में एक अतिरिक्त सरकारी अधिवक्ता के रूप में भी कार्य किया। हालांकि श्री सवाईकर गोवा राज्य विधि आयोग के अध्यक्ष भी रहे है।

राजनीतिक जीवन की शुरूआत :        

 श्री नरेंद्र सवाईकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े रहे और साथ ही ABVP के नेता के रूप में छात्रों के आंदोलन में शामिल होने के दौरान उन्होंने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की। इस दौरान उन्होंने  2-3 वर्षों तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े रहे और उक्त संगठन में विभिन्न पदों पर आसीन रहे। और साथ ही मुंबई में एबीवीपी के शहर संगठनात्मक सचिव भी थे।

1989 से 1990 तक वे गोवा  के विश्वविद्यालय छात्र-संघ के अध्यक्ष भी रहे है। उनकी  कार्य  निष्ठा  और  समाज  में कार्य करने के पश्चात  उस समय वे भारतीय जनता पार्टी के महासचिव के रूप में चुने गए। इस दौरान वे लगभग 10  वर्षों तक  भाजपा कार्यकर्ता के रूप में कार्य किया।     

 

 

2014 के लोकसभा चुनावों में जीत दर्ज कर, दोबारा लोकसभा चुनावी मैदान में उतरे सवाईकर